हरियाणा निकाय चुनाव में बीजेपी की जीत के 4 बड़े कारण

13 March 2025: Fact Recorder

हरियाणा के निकाय चुनाव 2025 में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 10 में से 3 नगर निगमों में जीत दर्ज की और 6 निगमों में वह कांग्रेस से आगे चल रही है। मानेसर नगर निगम में पहली बार निर्दलीय इंद्रजीत यादव ने जीत हासिल की। इसके साथ ही कांग्रेस सभी नगर निगमों में पिछड़ चुकी है। खासकर विधानसभा चुनाव के बाद हुए शहरी निकाय चुनाव में बीजेपी ने कैसे सफलता पाई, आइए जानते हैं।

1. चुनाव घोषणाओं का पालन
विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी ने अपने चुनावी अभियान के दौरान किए गए वादों को प्राथमिकता दी। पार्टी ने अपने संकल्प पत्र के आधार पर सैनी सरकार के तहत जनता के लिए कई कदम उठाए, जिसका लाभ पार्टी को निकाय चुनाव में मिला।

2. सरकार के समर्थन में मतदान
राज्य में जिस पार्टी की सरकार होती है, उसे निकाय चुनावों में अक्सर जीत मिलती है। पहले कांग्रेस के समय में भी जब हुड्डा सीएम थे, तो पार्टी ने लगातार निकाय चुनावों में जीत दर्ज की थी। आजकल जनता समझदार हो गई है और जानती है कि यदि वह दूसरी पार्टी का पार्षद चुनती है, तो उनकी समस्याओं का समाधान नहीं होगा। ऐसे में लोग उसी पार्टी का पार्षद चुनते हैं, जिसकी राज्य सरकार होती है।

3. कांग्रेस में नेतृत्व संकट
विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस को नेता प्रतिपक्ष चुनने में महीनों का समय लगा। चंडीगढ़ में पार्टी के पर्यवेक्षकों के साथ लगातार मीटिंग्स होने के बावजूद नेता प्रतिपक्ष का नाम सामने नहीं आया। आलाकमान चाहता है कि हुड्डा परिवार के अलावा कोई अन्य नेता प्रदेश में नेतृत्व करे, लेकिन हुड्डा के बगावती तेवर के चलते पार्टी कोई ठोस कदम नहीं उठा सकी।

4. कांग्रेस का निष्क्रिय विरोध
सैनी सरकार की विफलताओं को लेकर कांग्रेस ने कोई प्रभावी विरोध प्रदर्शन नहीं किया। न ही पार्टी ने निकाय चुनाव को गंभीरता से लिया। चुनाव को महज एक औपचारिकता मानते हुए कांग्रेस के राज्य नेताओं ने कोई विशेष दिलचस्पी नहीं दिखाई। दूसरी ओर, बीजेपी चुनाव में पूरी तरह से सक्रिय और उत्साही थी, जो उनके जीतने के एक बड़े कारण के रूप में सामने आया।

इन कारणों से बीजेपी को निकाय चुनावों में भारी सफलता मिली और कांग्रेस को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा।