हिमाचल में भूस्खलन से 236 सड़कें बंद, चुराह में दरकी पहाड़ी; मानसून में अब तक 147 की मौ*त

25 जुलाई 2025 फैक्टर रिकॉर्डर

Himachal Desk: हिमाचल में भूस्खलन से 236 सड़कें बंद, मानसून में अब तक 147 की मौत; चुराह में दरकी पहाड़ी                                                                                                                    हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन के चलते जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। राज्यभर में शुक्रवार सुबह तक एक नेशनल हाईवे सहित कुल 236 सड़कें यातायात के लिए बंद रहीं। इसके अलावा 56 बिजली ट्रांसफार्मर और 139 जल आपूर्ति योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं। मंडी जिला में हालात सबसे ज्यादा खराब हैं, जहां 144 सड़कें और 65 जल आपूर्ति योजनाएं बाधित हैं।

चुराह में दरकी पहाड़ी, संपर्क टूटा
चंबा जिले के चुराह उपमंडल में नकरोड़-चांजू मार्ग (कठवाड़ घारे) पर भारी भूस्खलन हुआ है। इससे बघेईगढ़, चांजू, चरड़ा और देहरा जैसे कई गांवों का संपर्क टूट गया है। पहाड़ी दरकने के बाद रास्ता पूरी तरह बंद हो गया है। ग्रामीणों ने लोक निर्माण विभाग से जल्द रास्ता बहाल करने की मांग की है।

लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता जोगेंद्र शर्मा ने बताया कि सूचना मिलते ही विभागीय मशीनरी और श्रमिकों को मौके पर भेज दिया गया है।

बारिश का सिलसिला रहेगा जारी
मौसम विभाग शिमला के अनुसार, 25 से 31 जुलाई के बीच राज्य में हल्की से मध्यम और कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है। 27, 28 और 29 जुलाई को अधिकांश इलाकों में तेज बारिश के आसार हैं। विभाग ने 26 से 31 जुलाई तक के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। तापमान में अगले 24 घंटों के दौरान कोई खास बदलाव नहीं होगा।

मानसून का भारी कहर: अब तक 147 मौ*तें
20 जून से 24 जुलाई तक, हिमाचल में मानसून सीजन में 147 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से 68 मौतें सड़क हादसों में हुई हैं। इस दौरान 229 लोग घायल हुए हैं और 34 अभी भी लापता हैं।

भारी बारिश, भूस्खलन और बाढ़ के चलते अब तक:

1,553 घर/दुकानें क्षतिग्रस्त हुई हैं

1,099 गोशालाएं नष्ट हुई हैं

1,335 पालतु पशुओं की मौत हुई है

राज्य को अब तक 1,387 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हो चुका है

प्रदेश सरकार और आपदा प्रबंधन विभाग हालात पर नजर रखे हुए हैं और राहत व बचाव कार्य लगातार जारी हैं।