18 जुलाई 2025 फैक्टर रिकॉर्डर
Himachal Desk: जाखू मंदिर में 108 फीट ऊंची हनुमान पताका की प्रतिष्ठा, सीएम सुक्खू ने किया ध्वजारोहण हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को शिमला स्थित ऐतिहासिक जाखू मंदिर में 108 फीट ऊंची हनुमान पताका की प्रतिष्ठा कर ध्वजारोहण किया। इस धार्मिक कार्यक्रम में सीएम सुक्खू ने पूरे विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की। उनके साथ उनकी पत्नी और देहरा से विधायक कमलेश ठाकुर भी मौजूद रहीं।
मुख्यमंत्री सुबह 11:15 बजे मंदिर पहुंचे और पूजा के बाद उन्होंने 108 फीट ऊंची पताका की स्थापना की। अब यह विशाल ध्वजा मंदिर परिसर में स्थित हनुमान जी की 108 फीट ऊंची मूर्ति के साथ दूर से ही दिखाई देगी, जिससे मंदिर की आभा और धार्मिक महत्त्व और अधिक बढ़ गया है।
कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि जाखू मंदिर का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार मंदिर परिसर का सौंदर्यीकरण करेगी और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पार्किंग की व्यवस्था भी की जाएगी, इस दौरान पर्यावरण संरक्षण का पूरा ध्यान रखा जाएगा।
सीएम ने यह भी बताया कि मंदिर परिसर में भगवान राम की प्रतिमा स्थापित करने की योजना है, लेकिन फिलहाल एफसीए (फॉरेस्ट क्लीयरेंस एक्ट) की कुछ अड़चनें हैं, जिन्हें दूर करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
जाखू मंदिर का ऐतिहासिक महत्व
शिमला शहर की सबसे ऊंची चोटी पर स्थित जाखू मंदिर भगवान हनुमान को समर्पित है। यहां 100 फीट ऊंचे खंभे पर 30 फीट लंबा और 20 फीट चौड़ा ध्वज फहराया गया है, जिस पर हनुमान का चित्र अंकित है। मान्यता है कि संजीवनी बूटी की खोज में जब हनुमान हिमालय की ओर जा रहे थे, तो वे इसी स्थान से गुजरे थे। यहां एक ऋषि तपस्या में लीन थे, जिनसे हनुमान ने बूटी का पता पूछा और लौटने का वादा कर चले गए। वापसी में विलंब के कारण वे ऋषि से नहीं मिल सके, लेकिन बाद में उन्हें साक्षात दर्शन दिए। उसी स्थान पर एक स्वयंभू हनुमान प्रतिमा प्रकट हुई, जिसके बाद ऋषि ने मंदिर की स्थापना की।
अब यह मंदिर धार्मिक आस्था के साथ-साथ शिमला का एक प्रमुख पर्यटन स्थल भी बन चुका है।